White कमबख्त भूल गया हूं लिखना,
अब मुश्किल होता है कलम चलाने में,
तमन्ना बहुत है अल्फाजों को बताने में,
उंगलियां थम सी जाती है चंद पंक्तियों को सजाने में,
अक्षर स्वतः ही विकृत हो जाते हैं बरसों बाद कलम चलाने में, फुर्सत मिलती ही नहीं डिजिटल ज़माने में,
कीबोर्ड से उंगलियां हटाने में,
अब परे नहीं रही दुनियां भौतिकता भरे जमाने में,
तनिक भी देरी नहीं रही चांद की दूरी बताने में,
न मुमकिन नहीं आधुनिकता से अधिक जानें में।।
✍️✍️✍️ #BajrangRaj (वियोगी)
स्वरचित पंक्तियां
2023/07/27
12:12PM
©Bajrang Raj
#sad_quotes