रातें खत्म ही ना होती, धुंध अपने शबाब पर है हदें | हिंदी शायरी

"रातें खत्म ही ना होती, धुंध अपने शबाब पर है हदें दिख ना रही हैं शरहदों की, जाने कौन किस जमात में है ©Narayan Datt Tiwari"

 रातें खत्म ही ना होती, 
धुंध अपने शबाब पर है
 हदें दिख ना रही हैं शरहदों  की,
 जाने कौन किस जमात में है

©Narayan Datt Tiwari

रातें खत्म ही ना होती, धुंध अपने शबाब पर है हदें दिख ना रही हैं शरहदों की, जाने कौन किस जमात में है ©Narayan Datt Tiwari

People who shared love close

More like this

Trending Topic