White नही चाहता..
सुनते क्यूँ नही अब तुम
पुकार कब से लगा रहा हूँ
थककर बैठा हूँ देखो मैं
कब से खुदको जगा रहा हूँ
हारुँगा नही मैं कभी
उलझन में मगर पड़ गया हूँ
कहाँ जाऊँ कैसे जाऊँ
सोचविचारों में अड़ गया हूँ
आओ , आओ मुझे बताने
और आओ मुझे समझाने
नही नही मैं नही चाहता
टूटकर यूं बिखर जाने.....
मी माझी.....
©Sangeeta Kalbhor
#Night नही चाहता..
सुनते क्यूँ नही अब तुम
पुकार कब से लगा रहा हूँ
थककर बैठा हूँ देखो मैं
कब से खुदको जगा रहा हूँ
हारुँगा नही मैं कभी
उलझन में मगर पड़ गया हूँ