Valley of emotions न जाने किस गुनाह की सजा पा रहा हूँ
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हर पल घुट घुट कर जिये जा रहा हूँ
न जाने किस गुनाह की सजा पा रहा हूँ।
याद है मुझे न किया गलत किसी के साथ
न दुःखया दिल किसी का
फिर भी दिल से रोता जा रहा हूँ
न जाने किस गुनाह की सजा पा रहा हूँ।
जिंदगी की राहें है बड़ी कठिन
चलता हूँ कदम फूंक फूंक कर