"White सोचता हूँ अक्सर , कि ये लम्हे यहीं ठहर जाए,
तेरी ज़ुल्फों के साये तले ,ये ज़िन्दगी गुज़र जाए,
छुड़ा लूँ दामन सारे दर्द-ओ-ग़म से,गर साथ तेरा हो,
सितारे उतरे आँगन में, महक ख़ुशी की बिखर जाए,
मेरी इस ज़िन्दगी के दिन , उदासियों में गुज़रे हैं,
तू अगर छू ले प्यार से ,मेरी तो ज़िन्दगी सँवर जाए,
बड़ा नादान है ये दिल ,तमन्नाओ को जगहा देता है,
एक ही दिल की ख्वाहिश है,तुझे पाने को मचल जाए,
तू तो वो चाँद है जिसको ,मैं अक़्सर दूर से निहारता हूँ,
इश्क़ तब भी मुक़म्मल है, अगर रूह रूह में उतर जाए।।
-पूनम आत्रेय
©poonam atrey
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