हर चेहरे का वो नूर जमीं पर रह गया
सारे मन का फितूर जमीं पर रह गया
जो कहते थे मिला देंगे खाक में तुझको
जलकर वो गुरूर जमीं पर रह गया
आसमा से बहुत दूर जमीं पर रह गया
बिन पर के एक मजबूर जमीं पर रह गया
जिनके तेवर थे शैलाबो से बगावत वाले
शीशे सा चुकनाचूर जमीं पर रह गया
मेरे दिल का नासूर जमीं पर रह गया
वो हुस्न का शुरूर जमीं पर रह गया
नफरतो के ढेर पर वो पा गया मुकाम
मोहब्बत में बेकसूर जमीं पर रह गया
©अनुज
#nojohindi