तू रहेगी हमेशा मेरी, पर महज़ दोस्त बनकर, अब मेरी न | हिंदी Love
"तू रहेगी हमेशा मेरी, पर महज़ दोस्त बनकर,
अब मेरी निजी बातें मुझ ही से पूछना क्यों बन गई है ज़रूरत तेरी,
क्योंकि उस दिन तो तुझे पूरी बात भी सुनना गवारा नहीं था,
कि क्या वो लड़की कुछ लगती है मेरी ।"
तू रहेगी हमेशा मेरी, पर महज़ दोस्त बनकर,
अब मेरी निजी बातें मुझ ही से पूछना क्यों बन गई है ज़रूरत तेरी,
क्योंकि उस दिन तो तुझे पूरी बात भी सुनना गवारा नहीं था,
कि क्या वो लड़की कुछ लगती है मेरी ।