White मेरे मन के गगन में उसके सपनों के तारे हैं।
आहें भरता हूँ मैं, क्या दिलकश नजारे हैं।।
फूल खिले हुए हैं उसके एहसासों के चारों ओर।
देखता हूँ मैं, कितने सुंदर हैं और कितने प्यारे हैं।।
वो साथ रहती है, तो खुशियाँ भी साथ रहती हैं।
यकीनन मेरी खुशियाँ उसकी चाहतों के सहारे हैं।।
जरा भी परवाह नहीं मुझे गम की गर्मियों की अब।
अजी, हर तरफ उसके प्यार की शीतल बौछारें हैं।।
हसीन रातों की बातों में दिन गुजरता रहता है मेरा।
शाम की सुरमई आँखों में उसके प्यार के इशारे हैं।।
बात जब उसकी है, तो क्यों खत्म होगी अब अभिषेक।
यहाँ तो उसकी यादों की दरिया के सदाबहार किनारे हैं।।
-✍️ अभिषेक यादव
©Abhishek Yadav
#sad_shayari