मुलाक़ातें कभी ख़्वाबों में हो जाती थी उनसे, वो तो हर ख़्वाब ही रंगीन बना बैठे हैं। कभी झूले थे मेरी बाहों को बना कर झूला, आज किसी और के आग़ोश में जा बैठे हैं। © श्रीकान्त दुबे✍🏻 ©Shrikant Dubey #ख़्वाबउसके #Morning Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto