कईं बार घरवाले पैसा नही लगाते कि अब कमाओ पढा तो लिया हमनें लेकिन आप आगे पढ़े हूनर ले क्योंकि अक्षर ज्ञान के बुनियाद पर जो हम कमाएंगे उससे अभी तो खुश हो जायेंगे लेकिन आगे जीवन चुनौतियों से भर जाएगा कि इतनी सी कमाई में कुछ नही होता,और अब कुछ सीख भी नहीं सकते जिम्मेदारियां आगईं है इसलिए हक से पैसा मांगें, अपने और अपने घर के कल्याण के लिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
बेटियां सोचती है स्कूल या कॉलेज पढ़ लिया अब कमाते हैं घरवालों से पैसा लेना उन पर बोझ डालना अच्छा नहीं लगता लेकिन स्कूल कॉलेज की पढ़ाई केवल अक्षर ज्ञान हैं कमाने लायक बनने के लिए आगे पढ़ना हूनर सीखना होगा।
स्वाभिमानी महत्वकांक्षी होना नारी का नहीं इंसानी गुण है।
वो सब करों और पाओ जो इंसान सा खुशहाल जीवन जीने के लिए जरूरी है, ये कम अक्ल के अपने लोग और जमाना तो औरत तो ऐसी ही स्वार्थ होती है ऐसा ही करती है कह कर हमें पीछे खींचेंगे नीचा दिखाएंगे लेकिन हम और जो समझदार व्यक्ति है जानते है जो नारी चाहती है वो इंसान की चाहत है, वही आदमी चाहता है।🌟❤️
पढ़ना कमाना दुनियां देखना, आत्म विश्वासी होना, किसी पर आश्रित ना होना, घर में बेटा बेटी के भेदभाव के खिलाफ होना, अपनी क्षमता मन ना होने पर भी केवल आदमी के डर से हर काम करना, घर में अपमान सहना, घरेलू हिंसा, शारिरिक मानसिक भावनात्मक आर्थिक रूप से सशक्त होने से रोकोगे तो बेशक इसके खिलाए होंगी हर बेटी हर नारी इसको गलत कहोगे तो