White मेरे आने से कुछ महका था कही ,यह भ्रम मन में पल रहा था।
मुझसे भी है खुशी किसी की , एक भाव जहन में चल रहा था ।
कुछ पन्ने पलटके देखे जीवन के , तब मुझे समझ आया।
यहां कुछ भी ऐसा नहीं था ,जो अब तक मैने खुद को बताया।
मुझसे पहले भी वो कदम उसी रफ्तार से चल रहे थे।
गम और खुशी के सारे पल, साथ साथ तब भी पल रहे थे।
मुझसे पहले और बाद के अल्फाजों की कहानी एक थी।
किरदार बदल गए थे पर जुबानी एक थी।
ऐसे ही नए किरदारों के साथ शायद बदलती है ।
नए रंगो को भर ,हर रोज सुबह की शाम ढलती है।
जिंदगी है जनाब ,किसी के लिए कहा रुकती है।
बस अपने हिसाब से चलती है......... ।
©seema patidar
अल्फाज़ दिल के ❣️