ज्ञान सागर के पुंज आप हो ,सागर जैसे आप विशाल । अपन | हिंदी Poetry Vide

"ज्ञान सागर के पुंज आप हो ,सागर जैसे आप विशाल । अपनी बूदों से हमको सींचा ,और दिया हमको आकार । शब्दों से कैसे खेलें खेल ,ये सब आपने हमें सिखाया । अंधकार और अज्ञानता को दूर कर ,सिर्फ आपने ही हमें सफल बनाया। उलझे शब्दों को कैसे सुलझायें ,कैसे जीवन को सरल और सुगम बनायें । हे। गुरुवर आपने ही तो हमें सिखाया।। ©Negi Girl Kammu "

ज्ञान सागर के पुंज आप हो ,सागर जैसे आप विशाल । अपनी बूदों से हमको सींचा ,और दिया हमको आकार । शब्दों से कैसे खेलें खेल ,ये सब आपने हमें सिखाया । अंधकार और अज्ञानता को दूर कर ,सिर्फ आपने ही हमें सफल बनाया। उलझे शब्दों को कैसे सुलझायें ,कैसे जीवन को सरल और सुगम बनायें । हे। गुरुवर आपने ही तो हमें सिखाया।। ©Negi Girl Kammu

गुरू बिना ज्ञान नहीं।

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