हर परिस्थिति हॅस कर सह जाती है, इधर हम सोचते है, उ | हिंदी शायरी

"हर परिस्थिति हॅस कर सह जाती है, इधर हम सोचते है, उधर माँ कह जाती है। इस कदर मेरी आहट से वाकिफ है वो, दहलीज पर कदम क्या रखूँ, वो समझ जाती है। हर दुआ में शामिल है अर्जी मेरी, परेशानी दूर से ही दुआ-सलाम कर जाती है। बहुत शान से जीता हूँ हर पल को अपने, मेरे साथ, हर जगह, माँ की दुआएं जाती है।। --राज़ी ©ASI Rajeev Gupta"

 हर परिस्थिति हॅस कर सह जाती है,
इधर हम सोचते है, उधर माँ कह जाती है।
इस कदर मेरी आहट से वाकिफ है वो,
दहलीज पर कदम क्या रखूँ, वो समझ जाती है।
हर दुआ में शामिल है अर्जी मेरी,
परेशानी दूर से ही दुआ-सलाम कर जाती है।
बहुत शान से जीता हूँ हर पल को अपने,
मेरे साथ, हर जगह, माँ की दुआएं जाती है।।
--राज़ी

©ASI Rajeev Gupta

हर परिस्थिति हॅस कर सह जाती है, इधर हम सोचते है, उधर माँ कह जाती है। इस कदर मेरी आहट से वाकिफ है वो, दहलीज पर कदम क्या रखूँ, वो समझ जाती है। हर दुआ में शामिल है अर्जी मेरी, परेशानी दूर से ही दुआ-सलाम कर जाती है। बहुत शान से जीता हूँ हर पल को अपने, मेरे साथ, हर जगह, माँ की दुआएं जाती है।। --राज़ी ©ASI Rajeev Gupta

#maa #माँ #Maiya
#Razi_ki_diary

People who shared love close

More like this

Trending Topic