और वो उम्र थी जब वो नज़्म मेरी जिंदगी में आई
मैं नहीं जानता, नहीं जानता कि वो कहां से आई
किसी हवा से या फिर किसी दरिया से,
नहीं जानता कि कब और कहां,
नहीं कलिक वहां कोई आवाज़ नहीं थी,
ना ही खामोशी थी,
मैं नहीं जनता कि मुझे क्या कहना चाहिए था,
मैं उसका नाम नहीं ले पा रहा था,
मैं अपनी आंखों से नहीं देख पा रहा था लेकिन
एक बात तो थी कि मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि
जैसे मेरी रूह के अंदर एक टूटा हुआ दिल
एक प्यारी सी हवा में था
-mera_awarapan
©Kᷜrͬiͥsᷤhͪnᷠaͣ Kᷜaͣlᷝiͥkᷜ
#नज़्म
और वो उम्र थी जब वो नज़्म मेरी जिंदगी में आई
मैं नहीं जानता, नहीं जानता कि वो कहां से आई
किसी हवा से या फिर किसी दरिया से,
नहीं जानता कि कब और कहां,
नहीं #कलिक वहां कोई आवाज़ नहीं थी,
ना ही खामोशी थी,
मैं नहीं जनता कि मुझे क्या कहना चाहिए था,