#alone सच है बहुत ही तन्हा (#alone) हूं मैं
यार ये बद्दुआ भी औरों की दी हुई है
तुम्हें मेरा मिजाज़ औरों के लिए हानिकारक लगता है
तभी तो कभी कभी मैं खुद को भी ज़हर लगता हूं
तुम्हें सिर्फ मुस्कुराता हुआ चेहरा दिखता है मेरा
ज़रा इधर देखो तो सही रूह भी रोई है मेरी
मैं साफ कहता हूँ मैं बदल जाऊंगा, मैं सरेआम कहता हूँ मुझसे #उम्मीद ना लगाई जाए।
टूटने से पहले था जो मैं जुड़ने के बाद वो अब रहा नहीं, उम्मीद पे उतरू खरा कोई ये #उम्मीद अब रखना नहीं।।
—Kᷜrͬiͥsᷤhͪnᷠaͣ Kᷜaͣlᷝiͥkᷜ
#udaan
कलिक...
हर कोशिश करने को तैयार हूं मैं
जमीं से लेके फलक तक
रेत से लेकर दरिया तक
पर शर्त ये है कि इस कहानी में तू
सिर्फ परिणामों को ही नहीं
मेरे सफर को भी दर्ज़ करे
#नज़्म
और वो उम्र थी जब वो नज़्म मेरी जिंदगी में आई
मैं नहीं जानता, नहीं जानता कि वो कहां से आई
किसी हवा से या फिर किसी दरिया से,
नहीं जानता कि कब और कहां,
नहीं #कलिक वहां कोई आवाज़ नहीं थी,
ना ही खामोशी थी,
मैं नहीं जनता कि मुझे क्या कहना चाहिए था,
#GateLight मैं कहूँ तो यकीन करोगे?
देखो, हमारे ख़्वाब दूर हैं बहुत दूर हमसे,
और हकीकत ? हमारी हकीकत हमारे साथ मगर,
हकीकत की कुछ तस्वीरों से घबराकर
अगर हमने आँखें मूंद लीं तो
दूर खड़े ख्वाबों को कैसे देख पायेंगे? हैना ?
आज के गम यह तय नहीं करते कि कल खुशी आयेगी या नहीं..
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