प्रथम पैर धर विद्या मंदिर में
गुरू से आशीर्वाद लिया
शिक्षा जगत की जननी जाणी
पहले कच्चे अक्षर से
मन मुटाव था विद्यालय से
गुरू ने किया आने को प्रेरित
कभी रोया कभी सोया
शिक्षक ने हमें तन मैं समोया
भले बुरे का भेद ना था
बस कही डोर पर हम चले अजाणी
©Khuman Singh
#Teachersday