White पहली बार जुग जाये मेरी मुखरता
मैंने लो, मतदान किया।
ऐसा कि किया न, रहा हूं अबतक करता,,
मैंने लो ,मतदान किया।
लब पे उनके बेमतलब की बातें सुंदर,
पाबंदी हो हाय लगी अपने जी लब पर,
फिर कुंठा की शिकार दिमागी प्रखरता,
मैंने लो, मतदान किया।
बेढ़ंगे बोलों पर,करतब पर कुछ ढब के -
अपने भी हाजिर, जाहिर हों रंग अबके,
छा जाये गति,विधि,गतिविधि पे सुंदरता,
मैंने लो, मतदान किया।
©BANDHETIYA OFFICIAL
#मुखर रहूं बस।