आज मैंने एक सपना देखा सपनों में कोई अपना देखा समुन | हिंदी कविता
"आज मैंने एक सपना देखा
सपनों में कोई अपना देखा
समुन्दर की लहरों को बादल से मिलते देखा
पताल से आकाश तक किसी को गरजते देखा
मानो कोई कुछ कह रहा हो
बादल जैसे बरसते देखा
आज मैंने कोई सपना देखा
सपना में कोई अपना देखा।
ऋषभ"
आज मैंने एक सपना देखा
सपनों में कोई अपना देखा
समुन्दर की लहरों को बादल से मिलते देखा
पताल से आकाश तक किसी को गरजते देखा
मानो कोई कुछ कह रहा हो
बादल जैसे बरसते देखा
आज मैंने कोई सपना देखा
सपना में कोई अपना देखा।
ऋषभ