Black *आंखे कितनी भी छोटी*
*क्यों ना हो,ताकत तो*
*उसमे सारा आसमान*
*देखने की होती है....*.
*ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है*
*जिसमें जीने की चाहत*
*होनी चाहिये* ❗
*ग़म खुद ही ख़ुशी में*
*बदल जायेंगे*
*सिर्फ मुस्कुराने की*
*आदत होनी चाहिये*‼️‼️
*शुभ चिंतक*
🙏 प्रमोद मालाकार 🙏
©pramod malakar
#Thinking