हे !आत्म रस के बोध । हे ! प्रेम रस के मोद ।। हे! य | हिंदी कविता Video

"हे !आत्म रस के बोध । हे ! प्रेम रस के मोद ।। हे! योग -योगी शोध! बसते हृदय अबोध।। नीलम शर्मा ✍️ ©Neelam Sharma "

हे !आत्म रस के बोध । हे ! प्रेम रस के मोद ।। हे! योग -योगी शोध! बसते हृदय अबोध।। नीलम शर्मा ✍️ ©Neelam Sharma

#janmashtami

People who shared love close

More like this

Trending Topic