"मोहब्बत बैठी राहों में इसे
एक मंजिल मिल जाए ..
जो तू हां कर दे तो पतझड़ में भी चमन खिल जाए.. मोहब्बत पागलपन है तो आ कर ले पागलपन ..
थोड़ी देर के लिए ही सही समझदारी दिल से निकल जाए"
मोहब्बत बैठी राहों में इसे
एक मंजिल मिल जाए ..
जो तू हां कर दे तो पतझड़ में भी चमन खिल जाए.. मोहब्बत पागलपन है तो आ कर ले पागलपन ..
थोड़ी देर के लिए ही सही समझदारी दिल से निकल जाए