अये मेरे हरीफ तुम भी किसी के काम के नही, हमने अपनी | हिंदी शायरी

"अये मेरे हरीफ तुम भी किसी के काम के नही, हमने अपनी ही गली में मोहब्बत की। तुमने कोई बवाल तक न किया, करते , तो शायद जिससे की, उसे मालूम तो होता। ©Sachin Pathak"

 अये मेरे हरीफ तुम भी किसी के काम के नही,
हमने अपनी ही गली में मोहब्बत की।
तुमने कोई बवाल तक न किया,
करते , तो शायद जिससे की, उसे मालूम तो होता।

©Sachin Pathak

अये मेरे हरीफ तुम भी किसी के काम के नही, हमने अपनी ही गली में मोहब्बत की। तुमने कोई बवाल तक न किया, करते , तो शायद जिससे की, उसे मालूम तो होता। ©Sachin Pathak

#philosophy

People who shared love close

More like this

Trending Topic