मत रौंदो मुझे मैं फूल हूँ गुलाब का । महकते आँगन क | हिंदी Poetry Video

"मत रौंदो मुझे मैं फूल हूँ गुलाब का । महकते आँगन का, प्यार के इजहार का । जरिया हूँ मैं, मत रौंदो मुझे । मत रौंदो मुझे, मैं फूल हूँ गुलाब का । जुडा था अपने परिवार से, आँधी ने बिखेर दिया । वक्त की मार ने, परिवार से जुदा कर दिया । मेरी एक –एक बालक समान पत्ती, का नहीं कोई ठिकाना । सब देखते मुझे ऐसे, जैसे हूँ कोई अनजाना । जुड़ा था जब परिवार से, तो गुलदस्ते में सजा दिया । जुदा होते ही परिवार से, ठोकर से उड़ा दिया । पड़ी हैं मेरी पत्तियां जहाँ – तहां, कोई रौंद कर चला गया । मैं समेट भी न सका, कहता ही रह गया । मत रौंदो मुझे, मैं फूल हूँ गुलाब का । ……………………………………………… देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit "

मत रौंदो मुझे मैं फूल हूँ गुलाब का । महकते आँगन का, प्यार के इजहार का । जरिया हूँ मैं, मत रौंदो मुझे । मत रौंदो मुझे, मैं फूल हूँ गुलाब का । जुडा था अपने परिवार से, आँधी ने बिखेर दिया । वक्त की मार ने, परिवार से जुदा कर दिया । मेरी एक –एक बालक समान पत्ती, का नहीं कोई ठिकाना । सब देखते मुझे ऐसे, जैसे हूँ कोई अनजाना । जुड़ा था जब परिवार से, तो गुलदस्ते में सजा दिया । जुदा होते ही परिवार से, ठोकर से उड़ा दिया । पड़ी हैं मेरी पत्तियां जहाँ – तहां, कोई रौंद कर चला गया । मैं समेट भी न सका, कहता ही रह गया । मत रौंदो मुझे, मैं फूल हूँ गुलाब का । ……………………………………………… देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit

#मत_रौंदो_मुझे #nojotohindi #nojotohindipoetry

मत रौंदो मुझे

मैं फूल हूँ गुलाब का ।
महकते आँगन का,
प्यार के इजहार का ।
जरिया हूँ मैं,

People who shared love close

More like this

Trending Topic