#OpenPoetry ज़िन्दगी कितनी हसीन होती, गर तुम साथ | हिंदी Love
"#OpenPoetry ज़िन्दगी कितनी हसीन होती,
गर तुम साथ होते
दर्द का नामो निशान तक ना होता,
गर तुम साथ होते।
अब तो ये आलम हैं की चैन की नींद भी नसीब नहीं हैं!
तुम्हारे कांधे पर सिर रखकर सो जाता मैं,
गर तुम साथ होते।।"
#OpenPoetry ज़िन्दगी कितनी हसीन होती,
गर तुम साथ होते
दर्द का नामो निशान तक ना होता,
गर तुम साथ होते।
अब तो ये आलम हैं की चैन की नींद भी नसीब नहीं हैं!
तुम्हारे कांधे पर सिर रखकर सो जाता मैं,
गर तुम साथ होते।।