मन मोरे उस ओर चला चल जिधर की | हिंदी कविता Video

" मन मोरे उस ओर चला चल जिधर की आज बयार चली इस नगर न उस नगर मिलेंगे साजन उसी डगर न चाहूँ हीरा मोती सोना चाँदी माँगू न न ताकूँ बाट भोर में ये रैन (रात) सूनी जागूँ न दो जहाॅं और चार दिशा की बातें छोड़ो डालो नाविक फेरा ये नौका मोडो करूँ सबर न, अब पल भर इस नगर न उस नगर मिलेंगे साजन उसी डगर। (साजन =Divine) ©Krishnaa Harish "

मन मोरे उस ओर चला चल जिधर की आज बयार चली इस नगर न उस नगर मिलेंगे साजन उसी डगर न चाहूँ हीरा मोती सोना चाँदी माँगू न न ताकूँ बाट भोर में ये रैन (रात) सूनी जागूँ न दो जहाॅं और चार दिशा की बातें छोड़ो डालो नाविक फेरा ये नौका मोडो करूँ सबर न, अब पल भर इस नगर न उस नगर मिलेंगे साजन उसी डगर। (साजन =Divine) ©Krishnaa Harish

#kitaab

People who shared love close

More like this

Trending Topic