सुनसान शहर इतना क्यों है, इन्सान यहां से कहां गए। | हिंदी Video

"सुनसान शहर इतना क्यों है, इन्सान यहां से कहां गए। खिलते थे अमन फूल जहां,वो चमन सुहाने कहां गए। रात उदासी डगर है सूनी, शोर नहीं है अब गलियों में। कौन लुटेरा लूट गया सब, आग लगा दी बगियों में। पूछ रही अब सूनी आंखें, हंसते आंगन कहां गए। इन्सान यहां से कहां गए। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) "

सुनसान शहर इतना क्यों है, इन्सान यहां से कहां गए। खिलते थे अमन फूल जहां,वो चमन सुहाने कहां गए। रात उदासी डगर है सूनी, शोर नहीं है अब गलियों में। कौन लुटेरा लूट गया सब, आग लगा दी बगियों में। पूछ रही अब सूनी आंखें, हंसते आंगन कहां गए। इन्सान यहां से कहां गए। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)

# कविता# नूह # पर

People who shared love close

More like this

Trending Topic