White मैं अब मतदान को हल्के में नहीं लेता,
तू ले तो ले चुनाव हल्के में।
तेरे पास है दांव -पेंच , मैं तो निरीह,
हार लूं पचा हल्के -फुल्के में ।
जब है मौका तो गंवाऊं न कर नजरंदाज,
लड़के देखूं तो किस्मत जो मानूं,
उससे ही, जोर शोर हो तहलके में।
आजतक बात थी कुछ ओहदे की, आदमी की,
आदम ही मानता था मैं आदमजात,
आदमकद में थी महक,वो खुशमहकमे में।
©BANDHETIYA OFFICIAL
#मेरा मत दान करूं।