ब्रह्म वाक्य क्या है? जिसमें लेश मात्र भी भ्रम नही | हिंदी कविता

"ब्रह्म वाक्य क्या है? जिसमें लेश मात्र भी भ्रम नहीं है। मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की है, वो सर्वव्यापी है कहां नहीं है। ©Rakesh Kumar Dogra"

 ब्रह्म वाक्य क्या है?
जिसमें लेश मात्र भी भ्रम नहीं है।
मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की है,
वो सर्वव्यापी है कहां नहीं है।

©Rakesh Kumar Dogra

ब्रह्म वाक्य क्या है? जिसमें लेश मात्र भी भ्रम नहीं है। मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की है, वो सर्वव्यापी है कहां नहीं है। ©Rakesh Kumar Dogra

#God

People who shared love close

More like this

Trending Topic