White राधा का काजल हूँ, मीरा का पायल हूँ,
कृष्ण की प्रतीक्षा में, पग-पग पर विह्वल हूँ।
नयनन में छवि तेरी, चितवन में छाया,
प्रेम की इस भूमि पर, विरह ने दिल दुखाया।
गोकुल की गलियों में, तेरा ही नाम गूंजे,
कान्हा की बाँसुरी, दिल में मेरे बज जाए।
राधा की तरह व्याकुल, मीरा की तरह प्यासी,
तेरे बिना ये जीवन, लगे रे मन उदासी।
सावन की हर बूँद में, तेरी ही मूरत देखूँ,
हर साँस में बसी है, मधुर यादों की महक।
कब आओगे कान्हा, इस विरह को मिटाने,
राधा का काजल हूँ, तेरी राह निहारूँ।
©Prakhar Tiwari
#love_shayari प्यार पर कविता कविता कोशराधा का काजल हूँ, मीरा का पायल हूँ,
कृष्ण की प्रतीक्षा में, पग-पग पर विह्वल हूँ।
नयनन में छवि तेरी, चितवन में छाया,
प्रेम की इस भूमि पर, विरह ने दिल दुखाया।
गोकुल की गलियों में, तेरा ही नाम गूंजे,
कान्हा की बाँसुरी, दिल में मेरे बज जाए।