ये जो दर्द है तेरे आंखो में,
मैं तेरे हर दर्द का मरहम ढूंढ रहा हूं।
मैं तेरे चेहरे पर अपने अक्श ढूंढ रहा हूं।
सुना है कई मौसम रहते है तेरे जुल्फो में,
मैं वहीं बादलों के मौसम ढूंढ रहा हूं।
मैने जो छापी थी मिठास तेरे होठों पे,
मैं वहीं अपने अल्फाजों के अहसास
ढूंढ रहा हूं।
©suraj
#girl
#Love