White जीवन खुला समुद्र हैं
तैरना सीख जाऊंगा
जो गर डूबा तो बैठ जाऊंगा
उसकी तलहटी में।
छू सकती नही मुझे निराशा
क्योंकि मैं आशा को ढूंढ लाऊंगा
बैठ जाऊंगा उसकी तलहटी
में
और इस खुले समुंद्र को
मापने के सीखे बहुत अहाने
जो गर माप न पाऊंगा
मिल जाऊंगा इसकी अंतिम गहराइयों से
उसकी तलहटी में
आखिर मुझे हर मोड़ पर गहराइयों से
मुलाकात होगी
यही तो हमारा सच है
जानो और मानो
फिर मिलते हैं किसी मोड़ पर
Ⓜ️❣️Ⓜ️
©वीrendra yadav
#Truth of life ❣️Ⓜ️e self lover 💕