White मर जाना कितना
आसान होता है ना
अचानक से दम
निकल जाता है
भूल जाते है लोग भी
वक्त के साथ उसको
जब सामने रहते है
तो कोई बात भी करना
पसंद नहीं करता पर
मरने के बाद उसकी बाते
तेरह दिन तक रोज होती हैं !
यही सच्चाई है जीवन की यारो
गुमनाम शायर
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#alone_quotes मर जाना कितना
आसान होता है ना
अचानक से दम
निकल जाता है
भूल जाते है लोग भी
वक्त के साथ उसको
जब सामने रहते है
तो कोई बात भी करना
पसंद नहीं करता पर
मरने के बाद उसकी बाते
तेरह दिन तक रोज होती हैं !
यही सच्चाई है जीवन की यारो
गुमनाम शायर