रात का अंधेरा दिन होते ही नूर होता है मंज़िल चाहे

"रात का अंधेरा दिन होते ही नूर होता है मंज़िल चाहे कितनी भी दूर होती है रही चलता रहे वहां पहोचने के लिए तो एक दिन वो सब के बीच मशहूर होता है"

 रात का अंधेरा दिन होते ही नूर होता है
मंज़िल चाहे कितनी भी दूर होती है 
 रही चलता रहे वहां पहोचने के लिए तो एक दिन वो सब के बीच मशहूर होता है

रात का अंधेरा दिन होते ही नूर होता है मंज़िल चाहे कितनी भी दूर होती है रही चलता रहे वहां पहोचने के लिए तो एक दिन वो सब के बीच मशहूर होता है

सायकल हाजी

People who shared love close

More like this

Trending Topic