White राजनीति!
कौन कहता, है बुरी।
उससे अच्छी जो खुद में रार -नीति ।
रार - नीति,जिद खुद में जिद्दी होना,
है बुरी भक्ति किसी की, फिर संजोना,
रुख हवा का देख,रुख है ये रीति।
देह का भरोसा ही न सांस गुम हो,
आंख का नजारा झूठ और तुम हो,
पाल चले अविश्वसनीय मन प्रीति।
©BANDHETIYA OFFICIAL
#राजनीति अच्छी है!