कहीं रोशनी की हैं आहटें , कहीं सन्नाटे से पसरे हैं फूलों की खुशबू है कहीं तो पतझर की कहीं खामोशी ; हर सांस पे पहरा है कहीं , कहीं ज़िंदगी की धूप है बदलते रहते हैं मिजाज- मौसम हो या के ज़िंदगी ।। ©ख़ुश्क आँसू #moonlight Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto