हां मैं बिहारी हूँ चाणक्य, चंद्रगुप्त, महावीर जैस | हिंदी कविता Video

"हां मैं बिहारी हूँ चाणक्य, चंद्रगुप्त, महावीर जैसे वीरों की जन्म भूमि हूं राजेंद्र, जयप्रकाश जैसे नेताओं की पावन धरती हूं हां मैं बिहारी हूं जो अपनी मेहनत से काबिलियत की लकीर खींच देती हूं हाथों में कलम मिल जाए तो दिनकर जैसी कवि बन जाती हूं पैसा का नहीं इज्जत की प्यारी हूं हां मैं बिहारी हूं विषम परिस्थिति में भी ढल जाती हूं सर्दी, गर्मी, बरसात, के मार को हर साल झेलती हूं इसलिए तो किसी भी राज्य में एडजस्ट हो जाती हूं हां मैं बिहारी हूं पिज़्ज़ा, बर्गर,नहीं लिट्टी चोखा, आचार, दही, चुरा, यही मे खाती हूँ हमारे यहाँ पुरुषो के कंधे पे गमछा ये कोई अपमान नहीं ये हमारी संस्कृति है जो गमछा वाले बिहारी पर हस्ते है यही गमछा वाले विशिष्ट नारायण, आनंद, जैसे गणितज्ञ बनकर अपनी प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया से मनवाते है प्यार मे टूट जाये तो देवदास नहीं सीधा यूपीएससी क्लियर कर जाते है ये सब कोई और नहीं बिहारी ही होते है इसलिए हम गर्व से कहती हूँ हाँ मे बिहारी हूँ ©Bindass writer "

हां मैं बिहारी हूँ चाणक्य, चंद्रगुप्त, महावीर जैसे वीरों की जन्म भूमि हूं राजेंद्र, जयप्रकाश जैसे नेताओं की पावन धरती हूं हां मैं बिहारी हूं जो अपनी मेहनत से काबिलियत की लकीर खींच देती हूं हाथों में कलम मिल जाए तो दिनकर जैसी कवि बन जाती हूं पैसा का नहीं इज्जत की प्यारी हूं हां मैं बिहारी हूं विषम परिस्थिति में भी ढल जाती हूं सर्दी, गर्मी, बरसात, के मार को हर साल झेलती हूं इसलिए तो किसी भी राज्य में एडजस्ट हो जाती हूं हां मैं बिहारी हूं पिज़्ज़ा, बर्गर,नहीं लिट्टी चोखा, आचार, दही, चुरा, यही मे खाती हूँ हमारे यहाँ पुरुषो के कंधे पे गमछा ये कोई अपमान नहीं ये हमारी संस्कृति है जो गमछा वाले बिहारी पर हस्ते है यही गमछा वाले विशिष्ट नारायण, आनंद, जैसे गणितज्ञ बनकर अपनी प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया से मनवाते है प्यार मे टूट जाये तो देवदास नहीं सीधा यूपीएससी क्लियर कर जाते है ये सब कोई और नहीं बिहारी ही होते है इसलिए हम गर्व से कहती हूँ हाँ मे बिहारी हूँ ©Bindass writer

#bihar divas

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