अपना अपना उजाला अपने साथ लेकर आए हैं मन का घोर अं | हिंदी कविता

"अपना अपना उजाला अपने साथ लेकर आए हैं मन का घोर अंधेरा फिर भी दूर नहीं कर पाए हैं टूटे हुए ख्वाबों का बंटवारा करने आए है कई कदम साथ चल के भी समझ नहीं पाए है दुनिया से टकराते थे कभी एक दूसरे के लिए अब अलग चलने को छटपटा रहे है किस लिए दम्पतियों में भी वर्चस्व की होड़ इस कदर हावी है खुल जाती है गंठबंधन की डोर जो गाजे-बाजे से बांधी है बबली गुर्जर ©Babli Gurjar"

 अपना अपना उजाला अपने साथ लेकर आए हैं 
मन का घोर अंधेरा फिर भी दूर नहीं कर पाए हैं 












टूटे हुए ख्वाबों का बंटवारा करने आए है 
कई कदम साथ चल के भी समझ नहीं पाए है 

दुनिया से टकराते थे कभी एक दूसरे के लिए 
अब अलग चलने को छटपटा रहे है किस लिए 

दम्पतियों में भी वर्चस्व की होड़ इस कदर हावी है 
खुल जाती है गंठबंधन की डोर जो गाजे-बाजे से बांधी है 
बबली गुर्जर

©Babli Gurjar

अपना अपना उजाला अपने साथ लेकर आए हैं मन का घोर अंधेरा फिर भी दूर नहीं कर पाए हैं टूटे हुए ख्वाबों का बंटवारा करने आए है कई कदम साथ चल के भी समझ नहीं पाए है दुनिया से टकराते थे कभी एक दूसरे के लिए अब अलग चलने को छटपटा रहे है किस लिए दम्पतियों में भी वर्चस्व की होड़ इस कदर हावी है खुल जाती है गंठबंधन की डोर जो गाजे-बाजे से बांधी है बबली गुर्जर ©Babli Gurjar

वर्चस्व @R... Ojha @Ashutosh Mishra @Ravi Ranjan Kumar Kausik @Sethi Ji @Lalit Saxena @Bhardwaj Only Budana

People who shared love close

More like this

Trending Topic