आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था कहां गया
"आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था कहां गया कोई ढूंढो उसको,
मुझे वो ही सबसे प्यारा था |
वो नदियों का किनारा था,
वो बस मोहब्बत में हारा था |
कहां गया कोई ढूंढो उसको,
मुझे वो ही सबसे प्यारा था |"
आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था कहां गया कोई ढूंढो उसको,
मुझे वो ही सबसे प्यारा था |
वो नदियों का किनारा था,
वो बस मोहब्बत में हारा था |
कहां गया कोई ढूंढो उसको,
मुझे वो ही सबसे प्यारा था |