White # सारे दुख भूलकर हमारी दुनिया में रंग भरती हैं
अपने आप भूखी रहकर हमारा पेट भरती हैं
सुख हो या दुख हो हमेशा मुस्कुराती है
मां हमको जीवन को जीने की नई राह दिखाती हैं
मां के लिए सच में सारी कायनात के शब्द भी कम पड़ते है
मां जैसा सच में दुनिया में कोई नही है
गुमनाम शायर
poet of saharanpur
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#mothers_day # सारे दुख भूलकर हमारी दुनिया में रंग भरती हैं
अपने आप भूखी रहकर हमारा पेट भरती हैं
सुख हो या दुख हो हमेशा मुस्कुराती है
मां हमको जीवन को जीने की नई राह दिखाती हैं
मां के लिए सच में सारी कायनात के शब्द भी कम पड़ते है
मां जैसा सच में दुनिया में कोई नही है