"White मेरी मस्ती और मौज के इस दौर में।
हाय ये दिल्लगी क्यों हो गई??
हुई तो ठीक था, पर एक बेवफ़ा से क्यों हुई?
उसको तो बस मुझे जलाना और रुलाना था।
तकदीर में ही सब पा कर हार जाना था।
इस राह में बड़े अकेले रहते हैं।
मस्ती के दौर में, रातों को रोते हैं।
पाप लगेगा मेरे दिल के दर्द का।
जगता हूं मैं उसकी बेवफाई देखने को।
©Alpha_Infinity
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