दर्द को नगमा बना लिया हमने,
बड़ा जब ये हद से गा लिया हमने।
बहकने लगे जब कदम तरन्नुम बनालिया हमने।
अक्सर जब ये दिया दिखाई,
मुस्कराहटो मे छिपा लिया हमने।
पल्को से कभी उतरने ना दिया,
दर्द को लबो पे सजा लिया हमने।
ये दर्द कभी अल्फाज बने तो,
नोहरा गीत बना दिया हमने।
©Suneel Nohara
दर्द को नगमा,,, R K Mishra " सूर्य " @Anshu writer @rasmi अदनासा- @Mili Saha