तेरे साथ जो खड़ा वो काबिल था ।
तेरे लिए आज भी वह नादान दोस्त खड़ा है ।।
तेरे साथ जो हंसता-खेलता वो दिल था ।
तेरे लिए आज भी एक कोने में वो मुरझाया पड़ा है ।।
और तेरे साथ जो रास्ता एक सफर सा लगता था ।
तेरे लिए वो आज वह सुनसान सा पड़ा है ।।
अब तो मेरा हाथ को कोइ थाम ले फिर से ।
इसी आश में यह शायर अर्से से यु अकेला खड़ा है I।
©Shivkumar
#longdrive #Drive #Nojoto #nojotohindi
तेरे साथ जो खड़ा वो काबिल था ।
तेरे लिए आज भी वह नादान #दोस्त #खड़ा है ।।
तेरे साथ जो हंसता-खेलता वो दिल था ।
तेरे लिए आज भी एक कोने में वो मुरझाया पड़ा है ।।