हर बार हमी ने गाया दुनिया का दर्द कुवारा, हर बार प
"हर बार हमी ने गाया
दुनिया का दर्द कुवारा,
हर बार पिया है हस कर
आसू का सागर सारा,
थक कर सोये है जब जब
नींदों की हदबंदी में,
हर बार छलक जाता है
आँखों से ख्वाब तुम्हारा,"
हर बार हमी ने गाया
दुनिया का दर्द कुवारा,
हर बार पिया है हस कर
आसू का सागर सारा,
थक कर सोये है जब जब
नींदों की हदबंदी में,
हर बार छलक जाता है
आँखों से ख्वाब तुम्हारा,