20 रुपए का फटा नोट जेब में दबाए
दुकानों के आस पास घूम रहा था,
कल कहीं जाना था शायद फोन पर
बात हुई थी बड़ा दिन था मेरे लिए,
एक दुकान में रखी काली जैकेट की ओर
मेरी आंखे रुक गई,
मन उदास हुआ तो नजर हटा ली,
तो क्या करता!!!
20 रुपए के फटे नोट की ज़िंदगी थी,
वो नहीं ले पायेगी जरूरतों का सामान,
की तभी..!!
उसने हाथ थामा और दुकान की
ओर चल पड़ी,
दिल डर गया कि कहीं वो कुछ
लेने को ना कह दे,
तभी उसकी आवाज के कुछ अल्फाजों ने
ज़िन्दगी को पकड़ लिया,
की लो अब ये तुम्हारी है पहन को इसको,
दिल रोया पर ख़ुशी थी,
अब जैकेट को अपनी अलमारी के अंदर
इस कदर रखा है कि,
जैसे कोई अपने सपने संभाल कर रखता हो।
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