श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 9 श्लोक 8 सम्पूर्ण विराट

"श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 9 श्लोक 8 सम्पूर्ण विराट जगत मेरे अधीन है | यह मेरी इच्छा से बारम्बार स्वतः प्रकट होता रहता है और मेरी ही इच्छा से अन्त में विनष्ट होता है ©Bhobindra Majhi"

 श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 9 श्लोक 8

सम्पूर्ण विराट जगत मेरे अधीन है | यह मेरी इच्छा से बारम्बार स्वतः प्रकट होता रहता है और मेरी ही इच्छा से अन्त में विनष्ट होता है

©Bhobindra Majhi

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 9 श्लोक 8 सम्पूर्ण विराट जगत मेरे अधीन है | यह मेरी इच्छा से बारम्बार स्वतः प्रकट होता रहता है और मेरी ही इच्छा से अन्त में विनष्ट होता है ©Bhobindra Majhi

#Bhagavadgita #nojato

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