White कुछ लम्हे भी खामोश हुआ करते है
बिन बोले उनको हम महसूस किया करते हैं
गुमनामी के अंधेरे में हम भी खो जाते है
कभी कभी मेरे यारो कभी कभी
गम के बादल भी बरस जाया करते हैं !
poet of saharanpur
गुमनाम शायर
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#mountain कुछ लम्हे भी खामोश हुआ करते है
बिन बोले उनको हम महसूस किया करते हैं
गुमनामी के अंधेरे में हम भी खो जाते है
कभी कभी मेरे यारो कभी कभी
गम के बादल भी बरस जाया करते हैं !
poet of saharanpur
गुमनाम शायर