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जाने क्यूं है दरार इतना हम दोनों के बीच?
जाने क्यूं है दरार इतना हम दोनों के बीच?
भले ही मेरे दिल में तुम अब भी करीब हो,
और हर पल रहोगे,
लेकिन फिर भी,
बस एक बार के लिए ही सही
मुझे अपने नज़रों से
अपने पास तो खींच.
तुम्हारी हसी रात को मेरे
कानों में गूंजती है,
अक्सर तुम्हारी यादें
मेरी नींद उड़ा देती है,
ये क्या अजीब इम्तेहान है मेरा,
मुझे तो नींद से बहुत प्यार था,
नींद के आगे कोई नहीं था,
लेकिन अब वो भी घबराती है
मेरे पास आने से,
शायद उसको तुम्हरी भनक लग गई है....
©tcp
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