आओ मेरे प्यारे प्यारे शब्दों के जादूगरो
चलो मिलके आज नई इबारत लिखते है
मंच पर आए हैं सहरानपुर के कवि कुलदीप
चलो मिलकर उनका हम स्वागत करते हैं
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#diary आओ मेरे प्यारे प्यारे शब्दों के जादूगरो
चलो मिलके आज नई इबारत लिखते है
मंच पर आए हैं सहरानपुर के कवि कुलदीप
चलो मिलकर उनका हम स्वागत करते हैं