बात नही की..
एक अरसा गुजर चुका है
मैंने अपने आप से मुलाकात नही की
की है हजारों बातें औरों से
मैंने अपनेआप से बात नही की
कुछ टूटता है आवाज भी होती है
मेरे अंदर के मैं से आगाज भी आती है
न जाने क्यूँ पर मैंने अपने ही आप से
आवाज नही दी
की है हजारों बातें औरों से
मैंने अपनेआप से बात नही की
ये मेरा वो मेरा
घर मेरा द्वार मेरा
ससुराल मेरा मायका मेरा
रसोई घर का जायका मेरा
सभी को अपनाया मैंने
अपनेआप को अपनाने की हिंमत नही की
की है हजारों बातें औरों से
मैंने अपनेआप से बात नही की.....
मी माझी.....
©Sangeeta Kalbhor
#oddone बात नही की..
एक अरसा गुजर चुका है
मैंने अपने आप से मुलाकात नही की
की है हजारों बातें औरों से
मैंने अपनेआप से बात नही की
कुछ टूटता है आवाज भी होती है