#भोजपुरी #साहित्य #कविता
होली में भौजी लागेली छिछोरी।
पहिने के साड़ी पहिने कोरी धोती।
बइठे चुहानी पुआ पकवान बनावे,
मसखरा में रंग पुआ फेटी में घोरी।।
बनावेली पकौड़ी चुन चइली चुनी।
दहीबड़ा भीतर से रूई भी मिली।
फुलौरी तिलौरी खा के मन डेराला,
नाजाने गुझिया ठेकुआ में का मिली।।
✍️गुडिया तिवार
©गुड़िया तिवारी
#Holi #भौजी संग होली